नौ साल के चिंटू और उसके पड़ोस में रहने वाली नौ-वर्षीय पिंकी को साथ-साथ खेलते हुए यह लगने लगता है कि वे एक-दूसरे से बेहद प्यार करते हैं, और उन्हें शादी कर लेनी चाहिए।
चिंटू पिंकी का हाथ मांगने उसके पिता के पास पहुंच गया, और बोला, “अंकल जी, मैं और आपकी बेटी पिंकी एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं, और मैं आपसे शादी के लिए आपकी बेटी का हाथ मांगने आया हूँ ।”
पिंकी के पिता को छोटे और नटखट चिंटू की ये हरकत बहुत प्यारी लगी, और बजाय डांटने के वो मुस्कुराते हुए उससे से पूछते हैं, “बेटा, तुम तो अभी सिर्फ नौ साल के हो और तुम्हारे पास रहने के लिए अपना घर भी नहीं है | तुम और पिंकी रहोगे कहाँ पर ?”
चिंटू ने तपाक से जवाब दिया : हम दोनों पिंकी के कमरे में रहेंगे क्योंकि वह मेरे कमरे से बड़ा है और वहाँ हम दोनों के लिए काफी जगह है।”
पिंकी के पिता को अब चिंटू की इस मासूमियत पर और प्यार आता है, और वह फिर पूछते हैं, “ठीक है, पर यह बताओ कि तुम लोग गुज़ारा कैसे करोगे? तुम्हारी इस उम्र में तुम्हें नौकरी तो मिल नहीं सकती”
चिंटू फिर बहुत ही आराम से जवाब देता है : “हम दोनों का जेबखर्च है न | पिंकी को 70 रुपये प्रति सप्ताह मिलता है, और मुझे 130 रुपये प्रति सप्ताह, इस हिसाब से हम दोनों को लगभग 200 रुपये हर महीने जेबखर्च मिल जाता है जो हम दोनों की ज़रूरतों के लिए काफी होगा ।”
पिंकी के पिता इस बात से आश्चर्यचकित रह जाते हैं और सोचते हैं कि चिंटू ने इस विषय पर काफी गंभीरता और इतनी आगे तक सोच रखा है तो वह सोचने लगते हैं कि वो चिंटू से ऐसा क्या पूछे कि चिंटू को जवाब न सूझे, और उसे इस उम्र में पिंकी से शादी न करने के लिए समझाया जा सके | कुछ देर बाद वह फिर मंद मंद मुस्कुराते हुए चिंटू से सवाल करते हैं : “यह तो बहुत अच्छी बात है बेटा कि तुमने इतनी अच्छी तरह सब प्लान किया हुआ है, लेकिन यह बताओ कि अगर तुम दोनों के बच्चे हो गए तो क्या तुम दोनों को यह जेबखर्च कम नहीं पड़ेगा?”
चिंटू ने इस बार भी तपाक से जवाब दिया, “अंकल जी, हम बेवकूफ नहीं हैं | जब आज तक हमने बच्चे नहीं होने दिए, तो आगे भी रोक लेंगे।”
पिंकी के पापा आज तक कोमा में हैं और घरवालों को इसकी वजह तक नही पता।